ब्रेकिंग उत्तराखंड – PWD के जेई को घर से उठा ले गया ठेकेदार, 6 दिनों से लापता
राजधानी देहरादून में एक ऐसा प्रकरण सामने आया है जिसने सरकारी विभाग के सभी अधिकारियों में एक डर का माहौल पैदा कर दिया है। क्योंकि अगर ऐसा ही चलता रहा तो भविष्य में इस तरह की घटना किसी के साथ भी घटित हो सकती है। मामला कुछ ऐसा है कि बीते 12 मई को लोक निर्माण विभाग के अपर सहायक अभियंता अमित चौहान के घर नानक विहार देहराखास पर शाम करीब 5 बजे उत्तरकाशी के ठेकेदार राजदीप परमार मिलने आए और थोड़ी देर रूककर उन्हें अपने साथ ले गए। अभियंता की पत्नी अंजना चौहान ने बताया कि राजदीप ने उन्हें कहा कि वो अमित जी को 01 घंटे में घर वापस छोड़ देंगे और वे घर के ही कपड़ों में स्लीपर पहने उनके साथ निकल गए। जिसके बाद ठेकदार अमित चौहान को सीधे डुंडा, उत्तरकाशी ले गए और उसी दिन की शाम से उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहा है। इधर, लोनिवि के अभियंता के इस तरह लापता होने को उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने इसे अपहरण करार दिया है। इस मामले पर महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष एसएस चौहान के नेतृत्व में डीजीपी को ज्ञापन दिया जा चुका है।

राजदीप के होटल राजाजी में ले गए अमित चौहान को
मिली जानकारी के अनुसार ठेकेदार राजदीप परमार का डुंडा, उत्तरकाशी में एक राजाजी नाम से होटल भी है। उस दिन ये लोग अभियंता अमित चौहान को लेकर यहीं आए थे और रात में अमित चौहान को इसी होटल में ठहराया गया था। जब होटल की सीसीटीव फुटेज खंगाली गई तो उसमे राजदीप और एक अन्य व्यक्ति होटल में अमित चौहान के साथ रिसेप्शन पर नज़र आते हैं सभी का आचार-व्यवहार सामान्य दिख रहा है। इसके बाद अगले दिन 13 मई की सुबह 06 से 07 बजे के बीच होटल के बाहर और पास के एक पेट्रोल पंप की सड़क की फुटेज में भी अमित चौहान टहलते नज़र आ रहे हैं, लेकिन इसके बाद से वे लापता हैं। क्या यह सोची समझी साजिश हो सकती है या फिर कुछ और क्योंकि ठेकेदार ने खुद से अभियंता की गुमशुदगी की रिपोर्ट उत्तरकाशी में दर्ज की है। परिवार का आरोप है कि सबसे पहले ठेकेदार को हिरासर में लेकर उनसे पूछताछ की जाए।
साल 2009 में भी ऐसा एक मामला आया था सामने
डीजीपी को लिखे गए पत्र में उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने बताया कि साल 2009 में भी सहायक अभियंता आनंद प्रकाश के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ था और उनका आज तक कहीं पता नहीं चल पाया है। उस समय अमित चौहान कनिष्ठ अभियंता के रूप में आनंद प्रकाश के अधीन ही कार्यरत थे। महासंघ ने कहा कि राजदीप परमार उत्तरकाशी के दबंग परिवार से ताल्लुख रखते हैं और वो ऐसे में पुलिस की जांच को प्रभावित कर सकते हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि प्रकरण में सख्त कार्रवाई कर अभियंता का पता नहीं लगाया गया तो आंदोलन छेड़ा जाएगा।
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